Java (जावा प्रोग्रामिंग) एक Object Oriented Programming Language है। जिसे High Level Language भी कहा जाता है। इसे मानव द्वारा आसानी से पढ़ा और लिखा जा सकता है। Java एक Multiples Platform और Distribuer Programming Language है।
इसका उपयोग Game, Mobile Application, Web Application बनाने में किया जाता है। इसके अलावा इसका इस्तेमाल सभी डिवाइस में सॉफ्टवेयर बनाने के लिए किया जाता है। Java दूसरे प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की तुलना में बेहतर और तेज होता है। वर्तमान में सभी मोबाइल फोन Java का सपोर्ट करते हैं।
Java का इतिहास क्या है ?
जावा एक कंप्यूटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है। जावा को सन् 1991 में James Gosling और उनके साथी (team) ने मिलकर बनाया था। जावा को बनाने वाली टीम को ग्रीन टीम के नाम से भी जाना जाता है। इस लैंग्वेज को बनाने का उनका मुख्य उद्देश्य “write once run anywhere” था।
जिसका मतलब है कि आप लैंग्वेज को एक जगह लिखकर उसका इस्तेमाल कहीं भी कर सकते हैं। जावा लैंग्वेज का पुराना नाम Oak रखा गया था, लेकिन सन 1995 में Oak नाम को बदलकर JAVA रखा गया। जावा को मुख्य रूप से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे कि T.V. , Setup Box बनाने के लिए डिवेलप किया गया था लेकिन यह इंटरनेट प्रोग्रामिंग के लिए बेस्ट Programming Language बन गया ।
जावा प्रोग्रामिंग लैंग्वेज कितने प्रकार के होते है ?
जावा के मुख्य रूप से तीन प्रकार होते हैं-
- Java Standard Edition (Java 2SE)
- Java Enterprise Edition (J2EE)
- Java Micro Edition (J 2ME)
Java Standard Edition ( Java 2SE ) – Java Standard Edition में हमें बहुत सारे टूल मिल जाते हैं, जिसकी मदद से ही Server Application, Desktop Application बनाए जाते हैं इनमें लिखे गए सभी प्रोग्राम ऑपरेटिंग सिस्टम में चलते हैं।
Java Enterprise Edition ( J2EE ) – Java Enterprise Edition का उपयोग Web Application, Component Model, Enterprise Class Service में किया जाता है।
Java Micro Edition (J 2ME) – Java Micro Edition का उपयोग Mobile Application, Game Develop और सेट-टॉप बॉक्स में लगाए जाने वाले सॉफ्टवेयर को बनाने में किया जाता है।
जावा प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के फीचर्स
जावा एक बहुत ही ज्यादा उपयोगी और पॉपुलर लैंग्वेज है। इस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को किसी भी Hardware, या Operating System पर निर्भर होने की जरुरत नहीं पड़ती है। इसके बहुत ही यूज़फुल फीचर्स है –
Fast programming language – जावा काफी तेज प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है। यह सभी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज से तेज है लेकिन C++ Compiler लैंग्वेज की तुलना में थोड़ा slow माना जाता है।
Simple And Secure Language – जावा प्रोग्रामिंग लैंग्वेज बाकी जितने भी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है, उनमें से सबसे सरल लैंग्वेज है। जावा सरल होने के साथ-साथ बहुत ही ज्यादा सुरक्षित भी माना जाता है।
Create Software – जावा प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की मदद से Developer सॉफ्टवेयर भी बना सकते हैं। जावा की मदद से जो सॉफ्टवेयर बनाए जाते हैं उन्हें हम अलग-अलग कंप्यूटर पर एक साथ चला सकते हैं।
Multi Threaded Language – जावा लैंग्वेज Multi Threaded Language है। Java Program एक साथ कई सारे task को पूरा कर देता है।
Portable Language – जावा प्रोग्रामिंग लैंग्वेज एक इंडिपेंडेंट प्लेटफार्म है। इसी के कारण ही यह बहुत ही ज्यादा Portable होता है। इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल कमर्शियल सॉफ्टवेयर को बनाने में किया जाता है।
Object Oriented – जावा लैंग्वेज एक ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है। यह Oriented (OOPS) के आधार पर काम करती है, जिससे कि सॉफ्टवेयर डेवलपर के काम को काफी आसान बना देती है। यह सिर्फ ऑब्जेक्ट पर आधारित लैंग्वेज है।
Dynamic Programming Language – जावा लैंग्वेज C और C++ जैसे प्रोग्रामिंग लैंग्वेज से अधिक डायनेमिक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है। जावा के Code में लिखे गये Variable और Class को run टाइम में एलोकेट किया जाता है। इसी के कारण यह ज्यादा मेमोरी का उपयोग नहीं करता है।
Architectural Neutral Format – जावा कंपाइलर के माध्यम से Architectural Neutral Object file format को बनाया जाता है। इसी के माध्यम से कंपाइल code को execute जैसे बना दिया जाता है। इसके द्वारा जो भी code को कंपाइल किया जाता है, उसे आप किसी भी मशीन पर रन करवा सकते हैं।
जावा प्रोग्रामिंग एप्लीकेशन के प्रकार
जावा प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का उपयोग मुख्य रूप से चार प्रकार के एप्लीकेशन बनाने में किया जाता है ।
Web Application – जो एप्लीकेशन सर्वर पर रन होते हैं, उन्हें हम Web Application कहते हैं। Web Application को बनाने के लिए जावा का इस्तेमाल किया जाता है। वेब एप्लीकेशन को एक्सेस करने के लिए वेब ब्राउज़र को उपयोग में लाया जाता है।
Mobile Application – मोबाइल एप्लीकेशन बनाने में के लिए भी जावा प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का उपयोग किया जाता है। यह Cross-Platform है। जो Android App को Mobile में run करने के लिए तैयार किया गया है।
Standalone Application – Standalone Application को Window Based Application से भी जाना जाता ह। इस एप्लीकेशन को बनाने के लिए भी जावा का उपयोग किया जाता है । MS Office, Media Player, Antivirus, Standalone Application के कुछ example है।
Enterprise Application – जावा प्रोग्रामिंग लैंग्वेज एक हाई लेवल जैसी सिक्योरिटी को प्रदान करता है इसीलिए जावा का उपयोग Enterprise Application बनाने में बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। बैंकिंग सॉफ्टवेयर और अकाउंटिंग एप्लीकेशन जैसे बड़े-बड़े एप्लीकेशन को जावा के मदद से ही बनाया जाता है।
जावा काम कैसे करता है ?
जावा language Write once run anywhere पर आधारित है जिसका मतलब होता है कि जावा में लिखे प्रोग्राम को किसी भी मशीन पर रन करवाया जा सकता है जो मशीन लावा लैंग्वेज को सपोर्ट करती हो। जावा में लिखे गए code को Abstract Computing Machine में run करवाया जाता है।
जिसे Java Virtual Machine (JVM) कहा जाता है। जावा में लिखे गए किसी भी कोड को जब हम कंपाइलर करते हैं तो वह मशीन लैंग्वेज में चेंज ना होकर इंटरमीडिएट लैंग्वेज में चेंज हो जाता है जिसे हम Java Bytecode कहते हैं। इसे हम किसी भी प्रोसेसर या ऑपरेटिंग सिस्टम पर चला सकते हैं यानी कि जावा कोड सबसे पहले Bytecode में Compiled होता है फिर उसके बाद जैसे ही Bytecode run होता है वह Machine Code के रूप में बदल जाता है।
जावा प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के कॉम्पोनेंट
जावा के मुख्य रूप से तीन कॉम्पोनेंट होते हैं।
- JDK
- JRE
- JVM
JDK- JDK का पूरा नाम Java Development Kit होता है। यह डेवलपर को एप्लीकेशन बनाने के लिए आवश्यकता टूल को प्रदान करता है। इसका उपयोग मुख्य रूप से प्रोग्राम को विकसित करने में किया जाता है। किसी भी Programmer को Source Code को लिखने के लिए JDK का ही उपयोग करना पड़ता है।
JRE – JREका पूरा नाम Java Runtime Environment होता है। इसका मुख्य उपयोग जावा प्रोग्राम को चलाने के लिए किया जाता है। JVM में एक Interpreter (Java), एक Compiler (Javac), एक Archiver (Jar) और कुछ Development Tool शामिल हुए होते हैं। JRE में ही Java Virtual Machine के Core Classes शामिल हुए होते हैं।
JVM – JVM का पूरा नाम Java Virtual Machine होता है। जो कि एक Abstract Machine है। इसी के जरिए सारे Java program को run कराया जाता है। जब भी हम जावा में सोर्स कोड लिखते हैं तो उसे कंपाइलर करने के लिए जावा कंपाइलर का उपयोग करके Bytecode को निकालते हैं। इसी Bytecode को Execute करने के लिए Java Virtual Machine का उपयोग किया जाता है। इसके अंदर Interprete होता है। जो प्रोग्राम को run करवाता है।
Java का उपयोग कहां कहां किया जाता है ?
आज के समय में जावा का उपयोग 3 बिलियन से भी ज्यादा डिवाइस में किया जा रहा है। आज के समय में जितने भी एंड्रॉयड के ऑपरेटिंग सिस्टम है उनको जावा के ही उपयोग से डेवेलोप किया जा रहा है। जावा का उपयोग निम्न स्थानों पर किया जा रहा है –
J2EE – इसे हम Java 2 Enterprise Edition के नाम से भी जानते हैं। इसका उपयोग करके Web Based इंटरप्राइजेज एप्लीकेशन बनाते हैं।
Mobile – मोबाइल बनाने में जावा का बहुत ही योगदान है। जितने भी मोबाइल कंपनी हैं वह सब जावा प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का इस्तेमाल करती हैं।
JSP – इसका पूरा नाम Jakarta Server Page है। इसे हम Java Server Page भी कहते हैं। इसका उपयोग वेब एप्लीकेशन बनाने में किया जाता है। इसमें भी जावा का ही उपयोग होता है।
Applets – यह भी पूर्ण रुप से जावा प्रोग्राम ही है इसका उपयोग वेबपेज के अंदर किया जाता है इसी के माध्यम से ही वेब ब्राउज़र में नए-नए फीचर देखने को मिलते रहते हैं। इसको run करवाने के लिए प्लगइन की आवश्यकता पड़ती है।
Java Beans – इसमें पहले से जो Component होते हैं उनसे ही नए-नए एडवांस एप्लीकेशन बनाए जाते हैं। इसमें बहुत सारे ऑब्जेक्ट को एक साथ स्टोर किया जा सकता है।
निष्कर्ष
दोस्तों आशा है कि इस पोस्ट में जावा से जुड़ी सारी जानकारी आपको जरूर पसंद आई होगी। अगर आपको इस पोस्ट से जुड़ा कोई सवाल हो तो आप नीचे बिना सोचे अपना सवाल कमेंट करके पूछ सकते हैं हम आपके सवाल का जवाब जल्द से जल्द देने की पूरी कोशिश करेंगे।